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सोच सदा शुभ ही दयनीय परोपकार पुण्य भ्रष्टाचार से मुक्ति जन-जन की भाषा हिन्दी हमारी मातृभाषा हिंदी शुभता की ऊर्जा अच्छा और समझदार मित्र जन सेवा का भाव जाति वर्गीकरण गुणों का वर्णन राष्ट्र भाषा नयी शक्ति पुकार कर्महीपूजाहै दुश्मन से युद्ध जरूरी तो तैयार दायित्व का निर्वहन परमेश्वर नव ऊर्जा संरक्षित

Hindi दयनीय जन Quotes