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संरक्षित प्रगति जन जागरण नयीसुबहसंगआयीहूँमैत्रीकीमहकलायीहूँसभीस्वस्थसुखीसहजरहेंदुआकीबारिशलायीहूँ।डॉमंजुगुप्तावाशी मां प्रकृति सर्वत्र हो सुख नाता अपराध बच्चे प्रेमहिईश्वरहै जन कल्याण आपकेपदयापढाईसेआँककरआपकेसम्मानकोढेंसपोहचाताहै जन-जन नव ऊर्जा संस्कारित जन पर-पीड़ा पाप दायित्व का निर्वहन आओबोयेंस्वप्नप्रेमकेनीति-गंगामेंनहाएंहम बनेजिससेतकदीरदेशकीमैंऐसीखुद्दारीलिखतीहूँ। लक्ष्यप्रेरितबाण

Hindi दयनीय जन Quotes